कहेंगे लोग कि बेकल कबीर जैसा था- बेकल उत्साही

“छिड़ेगी दैरो हरम में ये बहस मेरे बाद,
कहेंगे लोग कि बेकल कबीर जैसा था”

पद्मश्री बेकल उत्साही वर्तमान समय के सबसे वरिष्ठ और लोकप्रिय कवियों में एक हैं. खड़ी बोली, अवधी …

Read more ...

हमें आया नहीं फरहाद होना – मनीष शुक्ला

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में सिविल सर्विसेज़ के इम्तेहान की तैयारियों में मुब्तला तुलबा से मुखातिब होते हुए फिराक गोरखपुरी फरमाते थे- उर्दू इसलिए पढ़ लो, ताकि अफसर बनने के बाद अफसर …

Read more ...

मेरा सर है कि अब भी खम नहीं है- आबिद सुहैल

आबिद सुहैल साहब लखनऊ ही नहीं पूरे हिन्दुस्तान में अदब और सहाफत की बा-वकार और मोतबर शख्सियत के तौर पर पहचाने जाते हैं. उनकी इल्मी लियाकत गुज़िश्ता साठ सालों से …

Read more ...

गर इश्क समझते हो तो रख लो मुझे दिल में… भारत भूषण पंत

“गर इश्क समझते हो तो रख लो मुझे दिल में
सौदा हूं अगर मै तो मुझे सर से निकालो
ये शख्स हमें चैन से रहने नहीं देगा
तनहाइयां कहती हैं इसे घर से …

Read more ...